चारण जाति देवी अवतार चरित्र में राजनीतिक दूरदर्शिता एवं महिलाशक्तिकरण : एक अध्ययन

किरण देवल

चारण जाति देवी अवतार चरित्र में राजनीतिक दूरदर्शिता एवं महिलाशक्तिकरण : एक अध्ययन

Keywords : अत्याचार, अदम्य, दूरदर्शिता, खण्डन, कुरीति, इष्टदेवी, निषेध, यशोगाथा, उज्ज्वल, सुशासन, प्राणोत्सग


Abstract

चारण जाति में देवी अवतार परम्परा रही है चारण जाति में अवतरित ये शक्तियों महामाया आदिशक्ति का ही अवतसार धारण का धरा धाम पर आई। इन्होंने जगत में व्याप्त अन्याय अत्याचार कुरीति बुराइयों का खण्डन कर सुराज की स्थापना की। इन देवियों ने राजनीतिक दूरदर्शिता का परिचय देते हुए क्षत्रियवंश के लोगों को अनेक भू-भागों का शासक बना आपस में संधियाँ कराई।
समाज के प्रत्येक वर्ग समान रूप से न्याय दिलाया सादगी पूर्ण जीवन जीते हुए इन देवियों ने अपने युग में इस प्रकार का अदम्य साहस दिखाकर अत्याचारियों के विरूद्ध स्वयं तलवार उठाई अन्याय का नाश एवं न्यायपूर्ण, राज्य की स्थापना की। अपने जीवन से जुड़े हर फैसले स्वयं लेकर अन्य स्त्रियों को भी अपने वास्तविक अधिकारों को प्राप्त करने के लिए आत्मसम्मान की रक्षार्थ प्राण हरने एवं प्राणोत्सर्ग करने की चेतना जाग्रत कर महिलासशक्तिकरण की ज्योति जलाई।

Download



Comments
No have any comment !
Leave a Comment