असमिया कवयित्री नलिनीवाला देवी की परिचय, जन्म, शिक्षा, विवाह

Keywords : असमिया कवयित्री नलिनीवाला देवी की परिचय, जन्म, शिक्षा, विवाह


Abstract

असमिया काव्य साहित्य के इतिहास में पद्मश्री नलिनीवाला देवी एक सदा याद रखनेवाली नाम हैं। असमिया महिला कविओं में एक सबसे आगे नलिनी कविता, नाटक, साहित्य आलोचना जीवनी आदि रचना करके असमिया साहित्य मन्दिर के लिए मानो अमुल्य प्रसाद ही दाल दिया। नलिनीवाला जैसी चारो दिशाओ में साहित्यिक अवदान रखनेवाली अन्य कोई महिला अभी तक देखा नहीं गया हैं। १९७७ के आगे तक ऊथति, मृत्य समय तक उन्होंने काव्य, साधना जारी रखी। नलिनीजी देशप्रेमिका, समाजसेविका तथा समाज सुधारक थी। नलिनी ऊसमिया जाति के गौरव हैं। उनके विषय में देशवासियों को ध्यान आकर्षित करना ही इस पाठ की उदेश्य हैं।
नलिनीजी केवल असम की ही नहीं भारत वर्ष की एक रहस्यवादी कवि तथा भारतीय दर्शन को उपलव्धि करने वाली महान कवयित्री थी। उनकी रचनाओ में रवीन्द्र नाथ ठाकुर का प्रभाव भी हैं। असमिया कवयित्री नलिनीजी को महादेवी वर्मा जी के साथ तुलना कर सकते है। महादेवी वर्मा जी के साथ तुलना कर सकते हैं। महादेवी जी की साहित्य और नलिनीवाला जी की काव्य साहित्य की अनेक समानता हैं। इस अध्याय कें नलिनीवाला देवी जी की व्यक्तित्य, शिक्षा, विवाह आदि के बारे कें हम आलोचना करेंगे।

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