‘‘बैगा जनजाति की पारिवारिक व्यवस्था : एक विश्लेषणात्मक अध्ययन’’ (उमरिया जिले के विशेष सन्दर्भ में)

पंकज मिश्रा

‘‘बैगा जनजाति की पारिवारिक व्यवस्था : एक विश्लेषणात्मक अध्ययन’’ (उमरिया जिले के विशेष सन्दर्भ में)

Keywords : बैगा जनजाति, परिवार, संगठन, उमरिया जिला


Abstract

सामाजिक-संगठन की रचना कुछ विशेष प्रकार के समूहों के बीच अर्न्तसंबंधों से होती है। ये वे समूह होते हैं, जिनसे सामाजिक जीवन सम्भव होता है। परिवार सामाजिक-संगठन का एक आधारभूत घटक है। मोटे तौर पर माता-पिता और बच्चों के समूह को परिवार कहते है। परिवार संतानोत्पत्ति की क्रियाओं का नियमन करने के साथ-साथ भावनात्मक घनिष्ठता का वातावरण सदस्यों को प्रदान करता है। सांस्कृतिक विरासत के हस्तांतरण का कार्य परिवार करता है। कुल मिला कर परिवार सामाजिक संस्थाओं में सबसे महत्वपूर्ण एवं सर्वव्यापी सामाजिक संस्था है। बैगा जनजाति में भी सामाजिक संगठन की सुदृढ़ रचना पाई जाती है। परिवार बैगाओं के सामाजिक-संगठन की सर्वाधिक महत्वपूर्ण इकाई है।

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